जिनकी ख़्वाहिशों में हम ही हम थे
वक़्त बदला तो नज़रों से गिर गये।
आख़िर ये हुनर सीख लिया हमने
दिल ज़ख़्मी हो फिर भी मुस्कराते रहिए।
जिनकी ख़्वाहिशों में हम ही हम थे
वक़्त बदला तो नज़रों से गिर गये।
आख़िर ये हुनर सीख लिया हमने
दिल ज़ख़्मी हो फिर भी मुस्कराते रहिए।
Waaaah
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शुक्रिया
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