गैरों ने कहा है या ग़ैरों से सुना है
अपनों ने कहा है या अपनों से सुना है
दिल से जो निकली है सदा वो दिल ने सुनी है
तू बता ऐ मेरे हमदम मेरे दिल में क्या है
क्या तुझको पता है
दिल से जो निकलती है वो दिल तक पहुँचती है
मेरे दिल की सदाऐं क्या तूने भी सुनी हैं
ये इश्क है मेरे यारा या मेरे दिल की खता है
मेरे दिल में क्या है
क्या तुझको पता है।
दिल से जो निकली है सदा वो दिल ने सुनी है
तू बता ऐ मेरे हमदम मेरे दिल में क्या है
बहुत बढ़िया—शानदार लेखन।
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आपका बहुत बहुत धन्यवाद ☺️☺️☺️☺️
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