सृष्टि के आरम्भ में सर्वज्ञ भगवान शिव ने वारों की रचना की सर्व प्रथम अपने वार की रचना की जोआरोग्य प्रदान करने वाला है उसके पश्चात माया शक्ति का वार बनाया जो सम्पत्ति प्रदान करने वाला है।
फिर कुमार के वार की रचना की ,समस्त लोक का हित करने के लिये भगवान विष्णु का वार बनाया पुष्टि और रक्षा के लिये ब्रह्मा जी का वार बनाया ,शुभ-अशुभ का फल देने के लिये इन्द्र और यम के वारों की रचना की।
शिव के वार या दिन के स्वामी सूर्य हैं ,शक्ति सम्बंधी वार के स्वामी सोम हैं कुमार सम्बंधी दिन के स्वामी मंगल हैं विष्णु वार के स्वामी बुध हैं ब्रह्मा जी के वार के स्वामी बृहस्पति हैं इन्द्र वार के स्वामी शुक्र और यमवार के स्वामी शनिवार हैं।