मरहले है जो मुहब्बत के दिल में मेरे
तुम तक कभी पहुँचे तो सही
दिल की तमाम आरजुओं की क़सम
हाले दिल कभी तुम तक पहुँचे तो सही
बेवफ़ा मैं भी नहीं बेवफ़ा तुम भी नहीं
बीमारे दिल की ख़बर तुम तक पहुँचे तो सही
चले आओ जो कभी बहाने से तुम
दिल की मेरे सदा तुम तक पहुँचे तो सही
कायनात का ज़र्रा ज़र्रा निगहबान हो तुम्हारा
मेरे दिल की दुआ अर्श तक पहुँचे तो सही
बेवफ़ा मैं भी नहीं बेवफ़ा तुम भी नहीं
बीमारे दिल की ख़बर तुम तक पहुँचे तो सही
वाह।बेहद खूबसूरत।
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आपका बहुत बहुत शुक्रिया 😊😊😊😊😊
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KHUB SUNDAR RACHNAA
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Thank you so much 😊
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