दिन और रात गुज़र जाते हैं
इक पल है मेरी आँखों में
जो अटक गया है
जो बात है
वो तुमसे कहनी है
बड़ी ज़रूरी लगती है
दिल थोड़ा सा तो डरता है
तुम न समझे तो
क्या होगा
मैं कह भी दूँ
तुम न समझो
या न समझने का ढोंग करो
दिल दुख से भर जायेगा
और समझ गये तो
दिल ख़ुशियों से मर जायेगा
करूँ क्या
कहूँ क्या
वो पल
दिल में मेरे
अटक गया है
शानदार
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Thank you so much 😊
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