तन्हा हो
तो मिलने के लिये आओ
कभी आवाज़ ही दो
कुछ वक़्त साथ भी गुज़ारे
तुमसे मेरा रिश्ता
ऐसा ही है
कुछ जुदा -जुदा सा
काफ़ी क़रीब सा
बैठे रहेंगे यूँ ही
कुछ चुपचाप से
दिल चाहे तो कुछ कहना
वरना आकाश पर देखेंगे
चाँद पूनम का
तुम्हारे रुखसारों पर
भटकती चाँदनी
मेरी आँखों में उतरता चाँद पूनम का