ख़ामोशियों में कभी यूँ ही
साथ साथ चले
न तुम कुछ कहो न हम कहें
पतझड़ हो या बहार हो
दिल में हमारे
सारे मौसम बसते हो
एक पूरा दिन
साथ गुज़ारूँ
तुम हो मैं हूँ
तन्हाई हो
फिर ज़िन्दगी
चाहे एक दिन की हो
ख़ामोशियों में कभी यूँ ही
साथ साथ चले
न तुम कुछ कहो न हम कहें
पतझड़ हो या बहार हो
दिल में हमारे
सारे मौसम बसते हो
एक पूरा दिन
साथ गुज़ारूँ
तुम हो मैं हूँ
तन्हाई हो
फिर ज़िन्दगी
चाहे एक दिन की हो
So beautiful 😊😊😊
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Thank you so much 😊
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Your welcome 😊😊😊
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khubsurat rachna.👌👌
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Thank you so much 😊
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